bahut khoob !
bahut khub janab!
दिल मचल रहे हैंख़्वाब पल रहे हैंआप की गली केलोग जल रहे हैंबहुत ही बेहतरीन प्रस्तुति ।
Jitendar Bhai! jawab nahin aapki soch ka aur shayari ka. main to purana mureed hoonlekin ab to fan se AC hota ja raha hoon. :)Jai Hind
अच्छी ग़ज़ल कहते हैं आप। आपको कई दफ़ा सुना भी है मैंने इ-टीवी उर्दू पर....ग़ज़ल का तीसरा शेर तनिक स्पष्ट नहीं हो पा रहा है।
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5 टिप्पणियां:
bahut khoob !
bahut khub janab!
दिल मचल रहे हैं
ख़्वाब पल रहे हैं
आप की गली के
लोग जल रहे हैं
बहुत ही बेहतरीन प्रस्तुति ।
Jitendar Bhai! jawab nahin aapki soch ka aur shayari ka. main to purana mureed hoon
lekin ab to fan se AC hota ja raha hoon. :)
Jai Hind
अच्छी ग़ज़ल कहते हैं आप। आपको कई दफ़ा सुना भी है मैंने इ-टीवी उर्दू पर....
ग़ज़ल का तीसरा शेर तनिक स्पष्ट नहीं हो पा रहा है।
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